AdminNov 23, 20201 minराखजीते जी मेरे मेरा, जीना बवाल था मगर मरना भी मेरे लिए, कहाँ आसान हो गया निर्भया का नाम दे, एक इनाम दे दिया जंग चाही थी क्या मैंने, पूछा भी...
AdminNov 23, 20201 minतुमभरे जंगल का चढ़ावदार रास्ता, पीठ पर कुछ १० किलो का बैग तेज़ साँसें, हलके क़दम राशन करके पानी का एक एक घूँट धीरे धीरे पीना फिर पहाड़ की चोटी...
AdminNov 23, 20201 minरौशेंउसने कहा, " बैठ जाओ, तुम किसी लायक नहीं हो।" मैं बैठ गयी। बात उसकी मान गयी अपनी क़ाबिलियत को, उसकी तराज़ू में माप गयी ख़ुद से नावाक़िफ़…...
AdminNov 23, 20201 minजब माँ पच्चीस की थीं…सोचती हूँ माँ कैसी थीं, जब वो पच्चीस की थीं सोचती हूँ माँ कैसी थीं, जब वो माँ नहीं थीं जब मैं, मेरा इंतज़ार, मेरा ख़याल भी नहीं था उन्हें...
AdminNov 23, 20201 minएक बात बताओएक बात करनी है तुमसे, आओ, बैठो कुछ सवाल हैं बस, मन हल्का करना है समझ लो परसों जब वो मोहल्ले में सब्ज़ी बेचने आया तुमने उसका नाम पूछ कर...
AdminNov 23, 20201 minसुनो, तुम अकेले नहीं होसुनो, तुम अकेले नहीं हो मैं यहाँ हूँ, पास तुम्हारे देखो, साथ बैठी हूँ मुड़ो ज़रा, पीछे ही खड़ी हूँ नंबर मिलाओ, बस एक "हैलो" दूर हूँ कुछ भी...
AdminNov 23, 20202 minगौरैया चिड़िया पिछले शनिवार की बात है, सुबह की चाय लेकर खिड़की पर बैठी ही थी, जब एक चिड़िया दिखी वही लुप्त होती गौरैया चिड़िया, जाने कहाँ से मेरी खिड़की पर...
AdminNov 23, 20201 minगद्दाआज सुबह तेज़ पीठ दर्द के साथ उठी। "यह गद्दा अब नहीं रहा काम का इतना महँगा और सिर्फ तीन महीने पुराना? सुनो, दुकानें खुलते ही पहली चीज़ गद्दा...
AdminNov 22, 20201 minयादों का गुच्छाएक क़िस्सा होता तो बता देती एक कहानी होती तो सुना देती मैं - मैं नहीं हूँ, अपनी यादों का बस एक गुच्छा हूँ हर दिन मैं इस गुच्छे में से एक...